अनोखा रक्षाबंधन
(रक्षाबंधन का पावन त्योहार सिर्फ अपने परिवार तक ही नहीं सीमित रहना चाहिए बल्कि देश के सभी भाई - बहनों को मिलकर मानना चाहिए। कुछ ऐसी ही भावना इस कविता में दी गई है।) भाई - बहन के पावन पर्व की आप सभी को बधाई दुआ यही है सुनी ना रहे किसी भाई की कलाई। भारत माता के बच्चे हम सब, आपस में है भाई भाई भारत माता के बच्चे हम सब, आपस में है भाई भाई चाहे कोई हिंदू - मुस्लिम चाहे हो वह सिख -इसाई। प्रेम की डोर से हम सभी की कलाइयां आपस में बंधी रहे । सिर्फ अपनी ही नहीं हर बहन की रक्षा हर भाई करता रहे। ना कोई ईर्ष्या, ना कोई लालच, बस प्रेम ही हम सबके दिलों में भरा रहे। और रक्षाबंधन का ये पर्व हर वर्ष यूं ही मनता रहे। हर वर्ष यूं ही मनता रहे।