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Showing posts from 2021

नए साल के लिए कविता (नया साल कब पुराना बन जाता है?)

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 नए साल के लिए कविता (नया साल कब पुराना बन जाता है?) एक साल  पहले ही तो  नया साल  मनाया था। पिछले   साल को   भुलाकर इसे अपनाया था। स्वागत    में   इसके   नया-नया गीत  गाया था।  कुछ अच्छा करने का हमने प्रण भी उठाया था। दिन   गुजरते-गुजरते   यह  साल भी गुजर गया वह एक साल यूं   हमारे   हाथों से   निकल गया  साल  नया  आते   ही   नया   पुराना  बन   गया  वह नया साल अब गुजरा हुआ जमाना बन गया फिर नया साल आया है आओ नई खुशियां मनाएं पुराने  गिले-शिकवे भुलाकर   खुशी के गीत गाए। कुछ   नया   कर    दिखाने    के   वादे    दोहराएं  पिछले साल को अलविदा कह नए साल को अपनाएं। कुछ खट्टे मीठे अनुभव यह साल भी हमें देगा खुशियां   बेशुमार  यह   साल  भी   हमें देगा  कुछ  नए  सपने   साकार   भी  यह   करेगा   यूं  ही पुराने की जगह नया साल ये ले लेगा। साल  2022  का   स्वागत  हमें  दिल  से  करना  है। जो  पिछले साल नहीं कर पाए,  इस साल  करना है। पुराने को  छोड़कर नए के साथ जीवन में आगे  बढ़ना है। पर यह भी कभी पुराना होगा यह बात हमें नहीं भूलना है।

Good thought

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  Good thought Thoughts spread their fragrance in our lives like roses, which gives us new inspiration to live, but the good things that come in our life also prick someone like thorns. We should try to smell our life, not pay attention to them. सुविचार का अर्थ है सुंदर विचार ऐसे विचार जो आपके जीवन में परिवर्तन ला दें। किसी का कहा गया सुना गया अथवा पढ़ा गया एक भी सुविचार यदि हमने अपने जीवन में उतार दिया या उसके अनुरूप चलने की ठान ली तो निश्चित ही हमें उसका अच्छा परिणाम देखने को मिलता है। कुछ ऐसे ही सुविचार नीचे दिए गए हैं। Suvichar means beautiful thoughts, such thoughts which will bring change in your life. If we put down a single thought that has been said, heard or read by someone or if we decide to follow it in our life, then we definitely get to see its good result. Some such ideas are given below. You just have to take care of yourself today, whatever can happen to you today and now, just do it with all your dedication, strength and commitment. God will see the rest. उपर्युक्त सु

सुविचार

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 सुविचार सुविचार, गुलाब के फूलों की तरह हमारे जीवन में अपनी खुशबू फैलाते हैं जिससे हमें जीने की नई प्रेरणा मिलती है परंतु इससे हमारे जीवन में जो अच्छाइयां आती हैं वह कांटों की तरह किसी को चुभती भी हैं। हमें अपने जीवन को महकाने का प्रयास करना चाहिए,उनपर ध्यान नहीं देना चाहिए। सुविचार का अर्थ है सुंदर विचार ऐसे विचार जो आपके जीवन में परिवर्तन ला दें। किसी का कहा गया सुना गया अथवा पढ़ा गया एक भी सुविचार यदि हमने अपने जीवन में उतार दिया या उसके अनुरूप चलने की ठान ली तो निश्चित ही हमें उसका अच्छा परिणाम देखने को मिलता है। कुछ ऐसे ही सुविचार नीचे दिए गए हैं। आपको केवल सम्भव को संभालना है, असम्भव को नही। जो आप से आज और अभी हो सकता है बस उसे अपनी पूरी लगन, ताकत और प्रतिबद्धता से करना है। बाकी ईश्वर देखेंगे। उपर्युक्त सुविचार हमें प्रेरणा देता है कि हमें केवल वही करना चाहिए जो संभव हो सकता है। जो हमारे लिए संभव ही नहीं है उसके पीछे नहीं भागना चाहिए।जो वर्तमान में आप कर सकते हैं, उसे पूरी लगन और मेहनत के साथ करना चाहिए और परिणाम की चिंता भगवान पर छोड़ देनी चाहिए। भगवान श्री कृष्ण ने भी अर्जुन से

चरित्र गया तो सब गया। (हिंदी कविता)

 चरित्र गया तो सब गया। (हिंदी कविता) जीवो में  मानव  की पहचान  कराता है   उसका चरित्र रिश्ते,   मान और धन से भी बढ़कर है    मानव  चरित्र। और   चीजें तो   लुटकर   फिर  से आ जाती हैं अपनी किस्मत भी कभी हमें धोखा दे जाती है पर हमारा चरित्र   साथ निभाता है,   बनकर सच्चा मित्र चाहे सब कुछ बिगड़ जाए बिगड़ने ना देना अपना चरित्र। धन  चला भी गया तो मेहनत करके और हम कमा लेंगे दोस्त  अगर  रूठ भी  जाए तो  उन्हें भी हम  मना लेंगे जालिम   दुनिया का  हर सितम  हंसकर हम उठा लेंगे अपने अच्छे चरित्र से हर असंभव को संभव हम बना लेंगे हर कष्ट सहेंगे, मर मिटेंगे, अपने  चरित्र को  ना मिटने दगे। किसी ने  सच ही  कहा है, 'चरित्र गया तो सब गया'। चरित्र  को   खोकर    धनवान  भी  दरिद्र   हो गया झूठी मुस्कुराहटों में  दर्द की आहटों को छिपा गया। चरित्र  के  साथ  अपनी  खुशियों को यूंही गंवा  गया किसी ने क्या खूब कहा है, 'चरित्र गया तो सब गया'।

Worksheet for class 1st

 Q-1) Write one sentence for given picture - 🚣  ie.   The the boy is on the boat. 🤼 - ⛹️ - 🏇 - 🏊 - 🧘 - 💃 - 🛀 - 🦸 - 🚴 -

Worksheet for LKG

  Write the name of emotions- ( happy,sad, worried, weeping, keep silence) 😀- 😳- ☺️- 😭- 🤫-

Worksheet for Hindi grammar

  ( इस पोस्ट में 'काल' के विषय में बताया गया है तथा अभ्यास हेतु कुछ प्रश्न पूछे गए हैं। ) काल(tense) क्रिया के जिस रूप से उसके होने के समय का बोध हो उसे काल कहते हैं। काल के निम्नलिखित भेद होते हैं- 1. भूतकाल सामान्य भूतकाल आसन्न भूतकाल पूर्ण भूतकाल अपूर्ण भूतकाल संदिग्ध भूतकाल हेतुहेतुमद भूतकाल 2. वर्तमान काल सामान्य वर्तमान काल अपूर्ण वर्तमान काल संदिग्ध वर्तमान काल 3. भविष्यत् काल सामान्य भविष्यत् काल संभाव्य भविष्यत् काल अभ्यास हेतु प्रश्न प्रश्न- 1. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए- काल किसे कहते हैं? मुख्य रूप से काल के कितने भेद होते हैं हैं? भूतकाल के कितने भेद होते हैं? उनके नाम लिखिए। वर्तमान काल के भेदों के नाम लिखिए। भविष्यत् काल के भेदों के नाम लिखिए। प्रश्न-2. निम्नलिखित वाक्य में काल पहचानिए- कल बहुत तेज बारिश हो रही थी। कल बहुत तेज बारिश हो सकती है। इस समय पहाड़ों पर वर्षा हो रही होगी। स्कूल की बस आ चुकी होगी। अध्यापिका हिंदी पढ़ा रही हैं। मैं दौड़ प्रतियोगिता में प्रथम आया। अभी-अभी मेरी मां बाजार गई है। यदि अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखा होता तो बीमार नहीं पड़ते

Boss is always right

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 (इस आर्टिकल में 'Boss is always right'इस कथन की समीक्षा की गई है।) हम सदैव यह कथन सुनते रहते हैं कि मालिक सदैव सही ही होता है (' Boss is always right ')भले ही उसकी बात गलत ही क्यों ना हो लेकिन जो उसके नेतृत्व में कार्य करने वाले कर्मचारी होते हैं, उन्हें उनकी बात माननी ही पड़ती है और वह इस कथन को कह कर अपने आप को दिलासा दे लते हैं,' Boss is always right.'आइए हम इस बात की समीक्षा करें कि आखिर हम ऐसा क्यों कहते हैं। अपनी नौकरी बचाने के लिए जब भी मालिक अपने कर्मचारियों से अनावश्यक कोई विवाद करता है अथवा उसे किसी ऐसी गलती के लिए डांटता है, जो उसने ना की हो, उस समय कर्मचारी अपने मालिक की कड़वी- से- कड़वी बात को भी सह जाता है और अपनी सफाई के लिए कुछ नहीं कहता। ऐसे समय यदि वह कुछ कहेगा तो मालिक उसे नौकरी से निकाल देगा इस बात का यदि कर्मचारी को भय रहता है तो वह चुपचाप अपनी गलती ना होने पर भी उसे स्वीकार करके अपने आप को दिलासा देते हुए यह कहता है कि ' Boss is always right.' चापलूसी करने के उद्देश्य से कई लोग अपने मालिक की चापलूसी करने के लिए उसकी हर गलत बात पर

Worksheet for Hindi grammar

 विशेषण  संज्ञा तथा सर्वनाम की विशेषता बताने वाले शब्द विशेषण कहलाते हैं। विशेषण शब्द जिसकी विशेषता बताते हैं, उन्हें विशेष्य कहते हैं। विशेषण की विशेषता बताने वाले शब्दों को प्रविशेषण कहते हैं।  विशेषण के मुख्य रूप से चार भेद होते हैं-  गुणवाचक विशेषण संख्यावाचक विशेषण परिमाणवाचक विशेषण सार्वनामिक विशेषण प्रश्न-1. नीचे दिए गए वाक्यों को पढ़कर बताएं कि रेखांकित शब्द विशेषण के कौन-से भेद के अंतर्गत आएंगे? राम एक सुंदर लड़का है। मेरे पास 2 किलो आटा है। मेरे चार दोस्त हैं। यह मेरा विद्यालय है। पृथ्वी गोल है। मेरे जन्मदिन पर मुझे कुछ उपहार मिले हैं। मेरे सभी दोस्त अच्छे हैं। मुझे थोड़ी-सी चीनी चाहिए। आप ही हमारे गुरु जी हैं। सीता के बाल बहुत लंबे हैं। प्रश्न-निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लिखिए- क. विशेषण की परिभाषा लिखिए। ख. विशेष्य किसे कहते हैं? ग. प्रविशेषण किसे कहते हैं? घ . विशेषण के  भेदों के नाम लिखिए।

बलिया एक सुंदर शहर

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 ( इस आर्टिकल में बलिया की सुंदरता का चित्रों के साथ वर्णन किया गया है।) बलिया एक सुंदर शहर बलिया बलिया उत्तर प्रदेश में स्थित एक जिला है, जिसका एक सुनहरा इतिहास है। लोग इसे बागी बलिया भी कहते हैं। सबसे पहले स्वतंत्रता बलिया जिले को ही प्राप्त हुई थी और शायद इसी के कारण यह इतना सुंदर जिला है, आइए इसकी सुंदरता देखते हैं देखिए उपर्युक्त चित्र को, यह है हमारी बलिया की सुंदरता का एक दृश्य, इसे देखकर ही मन प्रफुल्लित हो जाता है। इस चित्र को देखकर पता चलता है की हमारे योगी जी, जो गायों से बहुत ज़्यादा प्रेम करते हैं, उन्होंने गौ सेवा का कितना अच्छा इंतजाम करवाया है। इस दृश्य के अनुसार न तो गायों के भोजन की कमी है और ना ही रोजगार की और प्लास्टिक का तो कितना अच्छा उपयोग हो रहा है। इस दृश्य में आधा रोड कचरे के कारण जाम हो गया है। लेकिन देखने की बात यह है कि हमारे बलिया के लोग कितने बुद्धिमान है क्योंकि जैसे चींटी किसी भी बाधा के कारण नहीं रुकती अपना रास्ता बदल कर मंजिल तक पहुंच जाती है वैसे ही हमारे बलिया के लोग आधे रोड के जाम होने की परवाह नहीं करते और अपना रास्ता बना ही लेते हैं। वाकई! हमारा

विद्यार्थी पंचलक्षणम्

 (शास्त्रों के अनुसार विद्यार्थियों में पांच मुख्य लक्षण होने चाहिए इस निबंध में विद्यार्थियों के उन पांचों लक्षणों का क्रम से वर्णन किया गया है।) विद्यार्थी पंचलक्षणम् विद्यार्थी जीवन,  जीवन का अत्यंत महत्वपूर्ण समय है। यह वह समय है, जब एक बालक अथवा बालिका सिर्फ पढ़ना-लिखना ही नहीं बल्कि जीवन के लिए उपयोगी अनेक तथ्यों को सीखता है और अपने जीवन को ज्ञानमय और उपयोगी बनाता है। एक अच्छे विद्यार्थी को अपने समय का सही उपयोग करना चाहिए। समय का सही उपयोग वही कर सकता है जो तन और मन से स्वस्थ हो तथा जिसके अंदर जीवन में कुछ करने की जिज्ञासा हो। विद्यार्थियों में कुछ विशेष लक्षण होते हैं जो उन्हें अन्य लोगों से अलग करते हैं। निम्नलिखित श्लोक में विद्यार्थियों के कुछ लक्षणों की चर्चा की गई है। काक चेष्टा  बको ध्यानं  स्वान निद्रा तथैव च । अल्पाहारी गृहत्यागी   विद्यार्थी पंच  लक्षणं।। उपर्युक्त श्लोक के अनुसार विद्यार्थी  कौवे की तरह दृष्टि, बगुले की तरह ध्यान, कुत्ते की तरह नींद वाला होना चाहिए साथ ही वह कम आहार लेने वाला और घर से वैराग्य रखने वाला होना चाहिेए। यदि विद्यार्थी में यह 5 लक्षण हैं तो

लालच के पुजारी (लघु कथा)

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 (' लालच के पुजारी' दहेज प्रथा पर आधारित लघु कथा है, यह लघुकथा आज के उन लोगों के लिए शिक्षाप्रद है, जो अपनी बेटी के लिए एक ही लड़का सुखी परिवार की तलाश में दहेज के लालची लोगों के घर में अपनी बेटी का विवाह करने को राजी हो जाते हैं।) ' जो दिखता है वो बिकता है 'यह बात सिर्फ निर्जीव वस्तुओं के लिए नहीं बल्कि इंसानों के लिए भी सत्य है। बलिया शहर के एक नामी मोहल्ले में एक छोटा-सा परिवार रहता था। पति-पत्नी एक लड़का रमेश और एक लड़की रूपा, परिवार में बस इतने ही लोग थे। इन्हें किसी बात की कमी भी नहीं थी क्योंकि घर के मुखिया की सरकारी सर्विस थी लेकिन यह जरूरी नहीं कि जिसे किसी बात की कमी ना हो वह संतोष से रहे, इस परिवार में भी लालच की कमी नहीं थी। मां ने अपने दोनों बच्चों को जीने के लिए जरूरी आवश्यक शिक्षा कभी दी ही नहीं क्योंकि खुद भी उसमें वैसे संस्कार नहीं थे। रूपा कद में 5 फीट से भी छोटी थी इसलिए उसके विवाह योग्य कोई वर जल्दी मिल नहीं रहा था। बड़ी कोशिशों के बाद एक गांव में एक अच्छे घर में उसका रिश्ता तय हुआ, मामूली खर्चे में उसकी शादी भी हो गई, लेकिन रूपा ससुराल में अधिक दिन

2nd October Gandhi Jayanti

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  2nd October Gandhi Jayanti 2 October is celebrated every year as the International Day of Non-Violence. In India, this day is a national holiday i.e. banks, offices, schools etc. remain closed. But like 15 August and 26 January, this day is also celebrated as a national festival. Let us find out more about why this day is so important. October 2, the birthday of the Father of the Nation Mahatma Gandhi and International Day of Non-Violence Mahatma Gandhi, whom we know as the Father of the Nation and Bapu, and who played an important role in getting the country's independence by following his non-violent rules, was the birthplace of the Father of the Nation, Mahatma Gandhi.Therefore, we celebrate this day as his birthday. It was Bapu who taught the whole world to follow the path of non-violence and gave the message that one can be defeated even while walking on the path of non-violence, so on this day  Biography of Mahatma Gandhi The full name of Mahatma Gandhi is Mohandas Karamcha

2 अक्टूबर (गांधी जयंती)

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 2 अक्टूबर (गांधी जयंती) 2 अक्टूबर प्रतिवर्ष अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस के रूप में मनाया जाता है। भारत में इस दिन राष्ट्रीय छुट्टी (national holiday) होता है अर्थात बैंक, कार्यालय, विद्यालय आदि बंद रहते हैं लेकिन 15 अगस्त और 26 जनवरी की तरह इस दिन को भी एक राष्ट्रीय पर्व की तरह मनाया जाता है। यह दिन इतना महत्वपूर्ण क्यों है, आइए हम इसकी अधिक जानकारी प्राप्त करें। 2 अक्टूबर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का जन्म दिवस एवं अंतरष्ट्रीय अहिंसा दिवस महात्मा गांधी जिन्हें हम राष्ट्रपिता और बापू के नाम से जानते हैं, और जिन्होंने अपने अहिंसात्मक नियमों पर चलते हुए देश को आज़दी दिलाने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई,  उन राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का जन्म 2 अक्टूबर को ही हुआ था। अतः इस दिन को हम उनके जन्म दिवस के रूप में मनाते हैं। बापू ने ही पूरी दुनिया को अहिंसा के पथ पर चलना सिखाया था और यह संदेश दिया था की अहिंसा के पथ पर चलते हुए भी किसी को हराया जा सकता है इसलिए इस दिन को अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस के रूप में मनाया जाता है। महात्मा गांधी का जीवन परिचय महात्मा गांधी का पूरा नाम मोहनदास करमचंद गांधी

Laziness is the biggest enemy of man.

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  ( In this article, declaring laziness as the reason for the failures of life, measures have been specified to avoid it and remove laziness.) What is laziness? Laziness is the lack of mental consciousness to do any work. That is, if we have been given some work or we need to do it, yet we do not feel like doing it, making some excuse or the other, postponing the work. This laziness can be of two types. First because of physical exhaustion, second because of thoughts of evil tendencies. The laziness which is caused due to physical exhaustion, we can easily overcome it by taking some rest and by some other measures, but if laziness is absorbed in our thoughts, then it can be done by any medicine.Such a person can drive away his laziness only by stumbling. To achieve success in our life when firm determination is taken, it removes all the evils of life including laziness. In fact, laziness and success cannot go together. If we do laziness, postpone everything to tomorrow, then by doing

Dr Sarvepalli Radhakrishnan (essay)

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   Dr. Sarvepalli Radhakrishnan(essay) Dr Sarvepalli Radhakrishnan was the first Vice President and second President of India. He did very important work in the field of education. His thoughts about teachers and education inspire us even today. In honor of his special contribution in the subject of education, Teacher's Day is celebrated every year on 5 September on the occasion of his birthday. Birth of Sarvepalli Radhakrishnan Dr Sarvepalli Radhakrishnan was born on 5 September 1888 in Tirumani, a small village in Tamil Nadu. His father Sarvepalli Viraswamy was a poor Brahmin. His mother's name was Sitamma Devi. Despite being born in a poor Brahmin family, he achieved many achievements with his talent. Dr Sarvepalli Radhakrishnan's Village 'Sarvapalli' was Dr. Radhakrishnan's ancestral village. His grandfather's great-grandfather used to write the name of his village as Sarvapalli along with his name so that other people could know about his village. Polit

Importance of Sports - Article

 ‌‌ Importance of Sports - Article   Sports are those activities that keep our body and mind healthy in a way, which exercise our body and mind even if we do not want to. A healthy mind resides in a healthy body, but sports have a special contribution to keep the body and mind healthy.In student life, various types of competitive games are organized for the students in schools, its goal is to develop the mental and physical development of the students. Students who participate in sports from time to time keep ahead in studies with the same agility and also do other activities with interest. Sports convert the nostalgia of our routine into happiness. Not only do we get entertained by sports, but seeing others playing also creates a wave of enthusiasm in our mind.Just like a good and tasty food is necessary for our body, similarly to keep our mind healthy, it also needs some form of entertainment from time to time. Sports are the best means of entertainment for us.

समय का सदुपयोग- अनुच्छेद

 समय का सदुपयोग- अनुच्छेद समय के सदुपयोग का अर्थ है "सही समय पर उचित कार्य करना।"समय बहुत मूल्यवान होता है, इसके एक- एक क्षण का हमें सही उपयोग करना चाहिए। जो अपने समय का सही उपयोग करता है, वह सबका प्रिय बन जाता है। सूरज समय पर उदय एवं अस्त होता है और प्रकृति के सभी कार्य समय पर होते हैं। हमें भी अपना हर कार्य समय पर करना चाहिए, आज का काम कल पर नहीं छोड़ना चाहिए। समय का सदुपयोग करने वाले अपने जीवन में विद्या, धन, सफलता सब कुछ प्राप्त कर सकते हैं। समय का दुरुपयोग करने वाले मनुष्य के सभी कार्य अधूरे रह जाते हैं और वह इसका दोष अपनी किस्मत को और अन्य लोगों को देता है। इतिहास गवाह है, जिसने भी समय का सही उपयोग किया है, इतिहास के पन्नों पर उसका नाम सुनहरे अक्षरों में लिखा गया है।

Sunbeam Public School, mafi pipra branch, Ballia

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 Sunbeam Public School (mafi pipra branch) Ballia Sunbeam Public School is a recognized school in Ballia District. It has been established in 2013. It has two branches.  The first branch is located near Bhrigu Mandir at  Gayatri Colony. Classes from Nursery to Class 5 are conducted here.The head office of the school is also located here. The second branch is located at Mafi Pipra in Ballia city, which is easily accessible by any vehicle. Classes 6 to 8 are conducted here. In this article, we will get detailed information about the second branch of Sunbeam Public School which is located in Mafi Pipra. Image is given below 👇 medium of instruction Sunbeam Public School is an English medium school based on CBSE pattern but the medium of instruction is both Hindi and English. School building  The school building is two storeyed.If the school building is on rent but all the facilities required for education are available here. Here are 11 rooms that are used for educational activities  an