Posts

जलन का अर्थ

  किसी को देखकर जलने का मतलब  जो जलता है वह रोशनी भी करता है और वह रोशनी हमें रास्ता दिखाती है इसका मतलब यदि कोई हमें देख कर जलता है तो हम कभी भटक नहीं सकते, उसकी जलन से निकलने वाला प्रकाश हमें राह दिखाएगा। लोग अक्सर इस बात से दुखी रहते हैं की अन्य लोगों से देखकर जलते हैं लेकिन यदि सोच सकारात्मक हो तो हम इसका भी लाभ ले सकते हैं। किसी के जलन की वजह से हमें अपना कार्य अधूरा नहीं छोड़ना चाहिए बल्कि से मार्गदर्शन लेकर सही दिशा में आगे बढ़ना चाहिए और कार्य को पूरा करना चाहिए।

आज का विद्यार्थी

Image
 ( इस कविता में आज के विद्यार्थी के सपनों को पूरा करने  तथा उनकी परेशानियों को दूर करने की प्रेरणा दी गई  है।) छोटी सी उमर  में ही  बस्ते का बोझ   उठाकर  उज्जवल भविष्य का सपना आंखों में सजाकर कई अनकही बातों को अपने डर तले छुपा कर  विद्यालय  में  पढ़कर  अपने  ज्ञान  को  बढ़ाने देखो  चला   विद्यालय   आज   का   विद्यार्थी।  अपने  माता-पिता के   आंखों  का   तारा आने वाले उज्जवल भविष्य का उजियारा  शिक्षकों की आंखों का  चमकता  सितारा सबकी   उम्मीदों   को   पूरा   करने  देखो   चला   आज  का   विद्यार्थी। न जाने इसको, इसके योग्य विद्यालय मिलेगा कि नहीं? न जाने इसके प्रश्नों को कोई  शिक्षक सुनेगा  कि नहीं ? न   जाने    इसको,  इसका  लक्ष्य   मिलेगा  कि  नहीं? न जाने संघर्षशील, आदर्श विद्यार्थी बन पाएगा  कि नहीं? इन प्रश्नों के उत्तर की तलाश में देखो चला  आज का  विद्यार्थी। ऐ विद्यार्थी सुनो! इतने सपने और प्रश्न लेकर आए हो तो छोटी-सी किसी बात  से  निराश मत हो जाना। शिक्षक  से ज्ञान  के साथ  थोड़ी डांट  भी मिलेगी, इससे    परेशान  और   हताश   मत   हो  जाना। हर दिन तुम्हारे  गुणों और धैर्य की परीक्षा

पुरुषार्थी बनो, कर्म करो।

(इस कविता में कर्म करके जीवन में आगे बढ़ने पर जोर दिया गया है, कर्म ना करने और करने का परिणाम भी बताया गया है।) पुरुषार्थी  बनो, कर्म करो  कर्म से ही भाग्य बनता है। दृढ़ संकल्प हो प्रयत्न करो  बिगड़ा भाग्य भी संवरता है। क्यों अपनी गलतियों के लिए दूसरे को गलत ठहराते हो बिना   कर्म   किए   नए-नए सुनहरे  सपने  सजाते   हो। बिना पुरुषार्थ के जीवन में कुछ मिलता नहीं  बिना   ठोकर  खाए  जीवन  निखरता  नहीं। सच्चाई की  कड़वी  बातों को जीवन में  अपनाओ तो, अपनी गलतियों को सुधार कर आगे कदम बढ़ाओ तो। खुली   आंखों  से  देखा  हुआ  सपना भी  सच  होगा, दृढ़ निश्चय और  मेहनत को अपना साथी बनाओ तो। अगर हमने मेहनत किया, जाने के बाद भी हमारी बातें  होंगी, हमारा भी इतिहास होगा, कितने ही दिलों में हमारी यादें होंगी। जीवन तो सफल होगा ही, मरकर भी किसी के काम आएंगे, पूरी  दुनिया को ना  सही कुछ  लोगों को तो  हम याद आएंगे।   

जय मच्छर महाराज (नाटक )

(यह एक नाटक की रूपरेखा है। जो मच्छर भगाने पर आधारित है।) शीर्षक-मच्छरों से बचने का उपाय दो भाई मच्छरों से बहुत परेशान रहते हैं कई उपाय करने के बाद भी मच्छरों मच्छरों से जब उन्हें राहत नहीं मिलती तब वे अंत में एक महात्मा के पास जाते हैं, जो वास्तव में एक ठग होता है। वह उन्हें एक मच्छर की फोटो देता है और उसकी पूजा और आरती करने के लिए कहता है, बदले में उसे दक्षिणा भी अच्छी खासी मिलती है। दोनों भाई नियम से सुबह शाम मच्छर की पूजा आरती करते हैं। मंत्र-"ओम मच्छर देवाय नमः" हाथ जोड़कर हम सब करते, रोज तुम्हारा ही गुणगान। जय- जय मच्छर महाराज जय- जय मच्छर महाराज।। खून हमारा चूस-चूस करते हो, तुम दुनिया पर राज। मार्टिन, कछुआ, गुडनाइट लेकर हम तो तुम्हें मनाएं आज। जय- जय मच्छर महाराजा, जय- जय मच्छर महाराज।। अद्भुत शक्ति है तुममें, जो करती है सबको हैरान। डेंगू, मलेरिया के तुम दाता सब रोगों की तुम हो खान। जय- जय मच्छर महाराजा, जय- जय मच्छर महाराज।। कूड़े- करकट में तुम रहते, लेते हो गटर का स्वाद। भन-भन, भिन-भिन गूंजता रहता, सदा तुम्हारा ही स्वर-नाद। जय- जय मच्छर महाराजा, जय- जय मच्छर महाराज

Character gone, all gone

Image
   ( The character of a human is his real identity, the utility of character has been shown in this poem.) character gone, all gone  Even if the money is gone, work hard and we will earn Even if friends get angry, we will convince them too We will lift every shame of the bloodthirsty world by laughing We will make every impossible possible with our good character Will endure every hardship, will die, will not allow his character to be destroyed. Someone has rightly said, 'Character gone, all is gone'. The rich also became poor by losing character.r. In false smiles the signs of pain were hidden. Just lost his happiness with character What has someone said a lot, 'if character is gone, everything is gone.....

Dowry Fire

Image
  ( In this poem the evils of dowry and its solution have been described) Dowry Fire It is said that the one above makes pairs! Why do we take credit for this work done by the above? Why take dowry to decorate this beautiful relationship?  There is no fee and tax in making any other relationship,  Why do we make marriage so expensive? Daughter's father should give daughter also and dowry too! Son's father should take the girl and dowry too! I don't Know who made this strict rule? And we blindly adopted it. daughter's father after marriage,   Pays off the debts of daughter's marriage for many years,  daughter be happy  He keeps on bowing down in front of the boys. Hey boys! Don't open your mouth more than you can. If you find a good girl, don't look into her father's pocket. The pair which was sent by the one above with great leisure, Don't be fooled and charge tax for joining him. Dowry is the fire that destroys the beauty of the relationship. Even i

चुनाव का बदलता रूप

(इस आर्टिकल में चुनाव के स्वरूप में जो वीभत्स बदलाव हो रहे हैं उन्हें कैसे सुधारा जाए, इसकी चर्चा की गई है।)  चुनाव को एक लोकतांत्रिक देश में राष्ट्रीय पर्व का दर्जा मिला हुआ है। एक लोकतांत्रिक देश को भली-भांति सुचारू रूप से चलाने के लिए यह एक प्रभावशाली शस्त्र की तरह काम करता है लेकिन आधुनिक समय में इसमें न चाहते हुए भी कुछ अवांछित बदलाव आते जा रहे हैं जिससे इसका प्रभावशाली रूप समाप्त होता जा रहा है। आइए उनमें से कुछ प्रमुख बिंदुओं की चर्चा की जाए। चुनाव के प्रचार लिए पैसे और संसाधनों का दुरुपयोग आजकल लगभग जिसके पास पैसा होता है वही चुनाव में खड़ा होने की सोच लेता है, समाज सेवा के लिए नहीं बल्कि इस पैसे को लगा कर चुनाव जीतने के बाद अधिक से अधिक पैसा कमाने के लिए। चुनाव में खड़ा होने के बाद अपनी जीत के लिए लोगों से लुभावने वादे करने और इन वादों का प्रचार करने के लिए लोगों तक अपने कार्यकर्ताओं को पहुंचाने, रेलियां करवाने आदि में अत्यधिक धन का खर्च होता है। यदि इस पैसे को समाज की सेवा में सीधे खर्च किया जाए तो कई लोगों का भला हो सकता है। 2. जाति और धर्म के नाम पर चुनाव का प्रचार आज के चु