नए साल का नया प्रण(२०२१)
नया साल हर 1 जनवरी को आता है। हर बदला साल ,एक नई उम्मीद जगाता है। परिवर्तन प्रकृति का नियम है, सबको यह समझाता है। भुलाकर पुराने गिले-शिकवे ,हर कोई नया गीत गुनगुनाता है। ़़़़़़ं़़़ क्या खोया ,क्या पाया, यह सोच कर आगे बढ़ना है। कभी तो मंज़िल मिलेगी ,इसी उम्मीद में चलते रहना है। जो पिछले साल नहीं कर पाए, वह काम इस साल करना है। दंभ और स्वार्थ को भुलाकर,सब के संग मिलकर रहना है। ़़़़़़ं़़़़ंं़़ं नया साल आया है ,तो खुशियां भी आएंगी। अपना कर्म हमें करते रहना है। जैसे दिन- रात बदलते हैं ,नसीब भी बदलेगा। सही समय का इंतज़ार भी करना है। ंंंंंंंं़़ंंं़़ंं नए साल में कुछ नया प्रण हर किसी को करना चाहिए। अपने साथ-साथ पर्यावरण की स्वच्छता पर भी विचार होना चाहिए। कोशिश करना है समाज भी बदलेगा ,विश्वास होना चाहिए। नव वर्ष 2021 का स्वागत ज़ोरदार होना चाहिए। ़़़़़़़़़़़़ंंंंंंंं़़़़ं