प्रार्थना
प्रार्थना
जहां गंगा का सम्मान नहीं।
गौ माता का अपमान जहां।
शिक्षा में गीता ज्ञान नहीं,
है भक्ति भी व्यापार जहां।
नेता जी का भाषण नकली।
योजनाएं झूठी, वादे नकली।
लगता है, अब सब कुछ नकली
हे प्रभु, यदि तुम हो असली।
यदि तुमने ही यह दुनिया रची।
यदि तुम से ही यह सृष्टि बनी।
तुम कहते हो ,"मैं संहार करता हूं,
मैं तो सबकी पुकार सुनता हूं।"
हे प्रभु सुन लो हमारी अरदास।
बस तुमसे ही है, हमारी आस।
या तो सब कुछ अच्छा कर दो।
या ऐसे जग का संहार कर दो।
ऐसी दुनिया बनाओ प्रभु
जहां कोई झूठ ना हो ,दंभ ना हो, पाखंड ना हो।
हर जीव आपस में प्रेम करे, कोई परपंच ना हो।
बस यही है हमारी प्रार्थना ,इसे स्वीकार कर लो।
ha ye to sahi hai
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