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सड़क सुरक्षा नियम

  (इस आर्टिकल में कुछ सड़क सुरक्षा नियमों के बारे जानकारी  दी गई है, जिसका पालन करना सभी के लिए जरूरी है। सड़क सुरक्षा नियम सड़क सुरक्षा नियम वे नियम हैं, जिनका पालन सड़क पर चलने वाले या वाहन चलाने वाले हर व्यक्ति को सावधानी एवं विवेक के साथ प्रयोग में लाना चाहिए। यदि इन नियमों का सही सही पालन हर कोई करे, तो दुर्घटनाओं में कमी आ सकती है। आज भारत में प्रतिवर्ष लगभग1.5 लाख से अधिक लोगों की वाहन दुर्घटना द्वारा मृत्यु हो जाती है, जो कि एक चौका देने वाला आंकड़ा है। अतः हमें ना सिर्फ उन नयमों का जानना जरूरी है, बल्कि उनका पालन करना भी उतना ही  ज़्यादा जरूरी है। वाहन चलाने से पहले अथवा चलाते समय नशे का सेवन नहीं करना चाहिए- शराब पीकर गाड़ी चलाना कानूनन अपराध है, जिसके लिए चालान एवं सजा का भी प्रावधान है। इसके बावजूद अधिकांश लोग शराब पीकर वाहन चलाते हैं, एवं दुर्घटना का शिकार बनते हैं तथा अन्य लोगों के लिए भी खतरा उत्पन्न कर देते हैं। लोगों में यह भ्रांति भी है, कि शराब या किसी प्रकार का नशा करने से एनर्जी लेवल बढ़ जाता है, लेकिन सच तो यह है, कि इससे होने वाली दुर्घटनाएं भी बढ़ जाती हैं। शराब

आई बसंत ऋतु सुहावनी

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  (इस  कविता में वसंत ऋतु की सुंदरता का वर्णन किया गया है, तथा इस ऋतु के कारण आने वाले जीवन में बदलाव को दर्शाया गया है।) आई बसंत ऋतु सुहावनी-हिंदी कविता ठिठुरते ठंड से हमें बचाने आई बसंत ऋतु सुहावनी। जीवन की निराशा को दूर भगाने आई बसंत ऋतु सुहावनी। देखो  खेतों  में  कैसे  सरसो   लहलहाए, बसंत ऋतु के स्वागत को, जैसे ये कोई गीत गुनगुनाए। और बसंती हवा, इसके सुर में सुर मिलाए। अमवारी में कोयल  की  किलकारी मन को भाए, मुरझाए जीवन में  मानो,  नई  ताजगी    लाए। सुस्त पड़े, सोए  मन को  जैसे  झकझोर  जगाए। दुख के बाद खुशियां भी आती हैं, हमें यही समझाए। बसंत ऋतु है मौसम, हंसने और गुनगुनाने का गुलाल लगाकर,  सबको अपना  बनाने  का। खुशियों के रंग में रंगकर,  होली  मनाने का। गिले-शिकवे सब भूलकर, जीवन को सजाने का। मासूम चेहरों पर मुस्कुराहट लाई, बसंत ऋतु सुहावनी। मौसम में गर्माहट लाई बसंत ऋतु सुहावनी। बसंत पंचमी (एक विशेष त्योहार)-जरूर पढ़ें 👈👈

बसंत पंचमी

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 ( बसंत पंचमी भारत के प्रमुख त्योहारों में से एक है। इस निबंध में इस त्योहार की विशेष बातों तथा सरस्वती पूजा एवं वंदना आदि की जानकारी दी गई है। ) बसंत पंचमी-एक विशेष पर्व बसंत पंचमी भारत में प्रतिवर्ष माघ मास की शुक्ल पक्ष की पंचमी को मनाया जाता है। अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार यह कभी जनवरी तो कभी फरवरी मास में पड़ता है। इसे ' रंगपंचमी' भी कहते हैं। इस दिन मौसम में एक विशेष प्रकार का उल्लास देखने को मिलता है। उत्तर भारत में वसंत पंचमी विशेष उल्लास के साथ मनाई जाती है। बसंत पंचमी के दिन मां सरस्वती जो विद्या एवं कला की देवी हैं, उनकी विशेष रुप से पूजा -अर्चना की जाती है। धूप-दीप नैवेद्य आदि के साथ-साथ गुलाल से मां सरस्वती का स्वागत किया जाता है। बसंत पंचमी को विद्यारंभ करने का भी प्रावधान है। कई लोग इस दिन कलम की पूजा के दिन के रूप में भी मनाते हैं। उत्तर भारत में बसंत पंचमी के दिन कई स्थानों पर पान्डाल सजाए जाते हैं, एवं उनमें माता सरस्वती की सुंदर एवं विशाल मूर्ति को 3 से 5 दिनों के लिए रखकर उनकी पूजा-अर्चना की जाती है। प्रातः एवं संध्या दोनों समय घंटा और शंख ध्वनि के साथ माता स

भारत में भ्रष्टाचार

(भारत में भ्रष्टाचार एक आलोचनात्मक निबंध है, इसमें भारत में किस तरह हर क्षेत्र में भ्रष्टाचार व्याप्त हो चुका है और उस से मुक्त होने का क्या उपाय है, इसका वर्णन किया गया है।) भारत में भ्रष्टाचार भ्रष्टाचार से तात्पर्य है, जिसका आचरण या आचार -विचार भ्रष्ट हो चुका है। वास्तव में जिसका विचार भ्रष्ट हो चुका है, वही अपना कर्तव्य या तो नहीं निभाता या निभाने के बदले में दूसरों से किसी फल की आशा करता है। आज भ्रष्टाचार, जिसे रिश्वतखोरी भी कहते हैं या फिर घूस लेना भी कहते हैं, भारत में एक रोग की तरह हर क्षेत्र में, ऊपर से नीचे सभी वर्ग में फैलता ही जा रहा है। यह भ्रष्टाचार अमरबेल की तरह भारत के विकास का रस पीकर मजबूत पकड़ बनाता जा रहा है। यदि आज हमने इसकी जड़ों को काटना शुरू नहीं किया तो यह भ्रष्टाचार अपनी जड़ें इतनी मजबूत बना लेगा, कि इसको मिटाना असंभव हो जाएगा। जो व्यक्ति अपना वह काम, जिसे करना उसका कर्तव्य है और उसके बदले में उसे पहले से ही सैलरी मिलती है, लेकिन फिर भी उस काम को करने के लिए सामने वाले से पैसे या और कोई संपत्ति लेता है, तो वह भ्रष्टाचार करता है। अब चाहे कोई से कम मात्रा में कर

Oh! India, my great India

 Oh! India,My great India! (English poem) Oh India, my great India, Where have you lost. Here no peace, no love Nor honesty, and humanity cost. All freedom fighters, Sacrifice their life To give us, freedom and newlife   But they couldn't  return Your greatness Alas! Today everything is being lost.

जैविक खाद एवं कीटनाशक

  (इस आर्टिकल में जैविक खाद एवं कीटनाशकों के उपयोग के तरीके, लाभ एवं सावधानियों की जानकारी दी गई है।) आधुनिक समय में जैविक खाद का महत्त्व आज का युग वैज्ञानिक शोधों से भरपूर एक ऐसा आधुनिक युग है, जिसमें सुविधाओं के साथ-साथ उन सुविधाओं के कुछ  दुष्परिणाम भी हमारे जीवन का हिस्सा बनते जा रहे हैं। जब से मानव ने कृषि करना सीखा, नए-नए अनुसंधान करता गया। कभी मानव ने झूम कृषि की, तो कभी बागवानी के नए-नए फसलों पर शोध किया। अपने इन्हीं शोधों का कृषि क्षेत्र में नया - नया प्रयोग करके आज मानव ने इतना विकास कर लिया है कि साल में वह जितनी चाहे, फसलें उगा सकता है। यदि वर्षा ना हुई, तो बोरवेल का प्रयोग करके जमीन से पानी निकाल सकता है। विभिन्न प्रकार के कीटों से अपनी फसल की रक्षा कर सकता है, इतना ही नहीं वह अधिक से अधिक उपज भी ले सकता है। लेकिन इस अधिक उपज को पाने के लिए आज हम जिन रासायनिक कीटनाशकों एवं रासायनिक खादों का प्रचुर मात्रा में प्रयोग कर रहे हैं, उनके दुष्प्रभाव को नकारा नहीं जा सकता। रासायनिक खादों एवं कीटनाशकों के दुष्प्रभाव हरित क्रांति से पहले देश में अन्न का उत्पादन बहुत कम हो पाता था जि

मधुमेह के लक्षण एवं विभिन्न उपचार विधियां

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(इस  आर्टिकल में मधुमेह, जो आज एक व्यापक एवं असाध्य रोग बना हुआ है, उसके लक्षण एवं उपचार के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई है। इसमें यह बताया गया है, कि कैसे भोजन में सुधार करके, और एक्यूप्रेशर आदि पद्धतियों से इस बीमारी को नियंत्रित किया जा सकता है।) क्या होता है मधुमेह? मधुमेह आज के समय का व्यापक स्तर में बढ़ता हुआ एक ऐसा रोग है, जो हमारी जीवन पद्धति में बदलाव के कारण और अधिक बढ़ता ही जा रहा है। आज 60 परसेंट से अधिक लोग इस रोग के मरीज बने हुए हैं। एक बार इसकी दवा शुरू हो जाती है तो जीवन पर्यंत उन दवाओं पर ही निर्भर रहना पड़ता है। यदि इस बीमारी से हमें वाकई में दूर रहना है, तो सबसे पहले हमें यह समझना होगा, कि आखिर यह मधुमेह होता क्या है? आइए जानें। हमारे शरीर को ऊर्जा प्राप्त करने के लिए ग्लूकोज यानी शुगर की जरूरत होती है, और यह शुगर हमें हमारे भोजन से मिलता है। अग्न्याशय यानी pancreas जो कि हार्ट के ठीक नीचे और पेट के ऊपर होती है, वहां बीटा सेल्स, इंसुलिन का निर्माण करते हैं। यही इंसुलिन भोजन से प्राप्त शुगर को पचाने में सहायक होते हैं, जिनसे हमें ऊर्जा प्राप्त होती है। अग्न्याशय